बैंक कर्मचारियों की सैलरी में 15
फीसदी का इजाफा, साथ में इन्सेंटिव
भी मिलेगा
बैंक कर्मचारियों के वेतन वृद्धि को लेकर चल रही अटकलों पर अब विराम लग गया है. बैंकर्स को अब बढ़े हुए वेतन का फायदा मिलेगा. इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA) 2017 से 2022 के बीच पांच साल की अवधि के लिए 15 फीसद वेतन बिल वृद्धि पर सहमत हो गया है.
UFBU संयोजक सी एच वेंकटाचलम के नेतृत्व में राज किरण राय और बैंक कर्मचारी यूनियन प्रतिनिधियों की अगुवाई वाले IBA प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई. वेंकटचलम ने कहा कि वेतन में संशोधन से 35 बैंकों के कर्मचारी इसका फायदा उठा सकेंगे.
मुंबई में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के मुख्यालय में हुई बैठक के बाद यह फैसला हुआ है. IBA और UAFBU के बीच बातचीत का दौर मई 2017 से जारी था.
IBA और UAFBU के बीच बातचीत का दौर मई 2017 से जारी था. नवंबर 2017 में पहली बार वेतन वृद्धि का प्रस्ताव रखा गया था. इस समझौते से बैंकों पर 7,900 करोड़ रुपए का अतिरिक्त वार्षिक बोझ पड़ने वाला है.
बैंक यूनियंस और IBA के बीच हुए समझौते के मुताबिक यह वेतन वृद्धि नवंबर 2017 से प्रभावी होगी. वेतन और भत्तों में सालाना 15 प्रतिशत वृद्धि 31 मार्च 2017 के वेतन बिल के आधार पर दी जाएगी. पे-स्लिप में शामिल मदों के मुताबिक इस पर 7,898 करोड़ रुपए का अतिरिक्त खर्च आएगा.
समझौते के मुताबिक, बैंक कर्मियों को अब हर साल पांच दिन का प्रिवलेज लीव के बदले इनकैशमेंट यानी नकद रकम मिलेगी. 55 साल के ऊपर के कर्मियों के मामले में यह सात दिन का होगा.
वेतन असमानता एक पुराना मुद्दा
मालूम हो कि सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंक कर्मचारियों के बीच वेतन असमानता एक पुराना मुद्दा है. इसे लेकर शीर्ष केंद्रीय बैंकरों के बीच लंबे समय से बहस चल रही है. हालांकि, सरकार ने मामूली बदलावों को छोड़कर अब तक वेतन संरचना में सुधार के लिए कदम नहीं उठाया है.
गौरतलब है कि अगस्त 2016 में RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने इस विषय पर एक बहस छेड़ी थी. उन्होंने कहा था कि RBI सहित PSB के शीर्ष स्तर के कर्मचारियों का वेतन वैश्विक मानकों से कम है. इसमें सुधार की जरूरत है.
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