कभी 25 रुपए महीने कमाते थे ओमप्रकाश, फ़िल्मी दुनिया में हुए सुपरहिट

कभी 25 रुपए महीने कमाते थे ओमप्रकाश, फ़िल्मी दुनिया में हुए सुपरहिट

बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग से सभी का दिल जीतने वाले अभिनेता ओम प्रकाश का निधन 21 फ़रवरी को हुआ था। उन्होंने 21 फ़रवरी, 1998 को 80 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा था। उनका निधन दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुआ था। वैसे ओम प्रकाश एक ऐसे अभिनेता थे जिनके बिना पुराने समय की फिल्मों को अधूरा माना जाता था। वह हर दूसरी-तीसरी फिल्म में अपना दमदार अंदाज दिखाते नजर आते थे। ओम प्रकाश का जन्म 19 दिसंबर, 1919 को विभाजन से पहले भारत के लाहौर (अब पाकिस्तान) में हुआ था। बहुत कम लोग जानते हैं कि उनका पूरा नाम ओम प्रकाश छिब्बर था।

उस दौर में ओमप्रकाश के पिता एक अमीर किसान हुआ करते थे, जिनकी कई एकड़ जमीनें थीं।

केवल इतना ही नहीं बल्कि लाहौर और जम्मू जैसे क्षेत्र में भी उनके कई बड़े-बड़े बंगले थे। बात करें ओम के बारे में तो वह केवल एक्टिंग करना चाहते थे। वह बचपन से एक्टिंग के लिए दीवाने थे। शुरुआती समय में वह रामलीला में भाग लिया करते थे। ओम ने स्टेज पर सबसे पहला एक्ट रामलीला में ही किया था, जिसमें उनका किरदार 'सीता' का था। साल 1937 में उन्होंने एक आरजे के रूप में ऑल इंडिया रेडियो ज्वॉइन किया, जहां उन्हें हर महीने 25 रुपए सैलरी मिलती थी। आपको बता दें कि उनका ये रेडियो शो लाहौर और पंजाब में काफ़ी पॉपुलर हुआ था। वैसे ओम ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1942 में की थी।

उन्होंने सहायक अभिनेता के रूप में बेहतरीन काम किया। इसी के लिए उन्हें कई अवॉर्ड्स भी दिए गए थे। ओम प्रकाश को अपनी पहली फिल्म के लिए मात्र 80 रुपए मिले थे। उनकी पहली फिल्म साइलेंट फिल्म थी, जिसमें उन्होंने बहुत ही छोटा किरदार निभाया था। आप सभी ने ओम को 'शराबी', 'जंजीर', 'नमक हलाल', 'अलाप', 'परवाना', 'दो और दो पांच', 'चुपके-चुपके', 'चमेली की शादी', 'साधू और संत', 'तेरे घर के सामने', 'आंधी', 'लोफर', 'पड़ोसन', 'हावड़ा ब्रिज', 'घर-घर की कहानी', 'सास भी कभी बहू थी', 'मेरा नाम जोकर', 'पूरब और पश्चिम', 'नौकर बीवी का' और 'अमर प्रेम' जैसी फिल्मों में देखा होगा।


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