अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में लौटेगी देश
की GDP में ग्रोथ, इकनॉमी में v
आकार की रिकवरी होगी-केवी
सुब्रमण्यन
मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन ने कहा, 'देश में दो महीने तक कठोर लॉकडाउन लागू किया गया था. इसके कारण जीडीपी में इतनी भारी गिरावट दर्ज की गई है. उन्होंने कहा है कि अब कोर सेक्टर में सुधार हुआ है. बिजली की खपत बढ़ी है, इसके अलावा मालगाड़ी ट्रैफिक में तेजी आई है, ई-वे बिल बढ़ा है. ये ऐसे संकेत हैं जिससे साफ पता चलता है कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार हो रहा है.
40 साल में पहली बार निगेटिव में गई भारत की GDP, जानिए इससे आप पर होगा क्या असर? आपको बता दें कि 31 अगस्त को जारी आंकड़ों के मुताबिक, अलावा आठ कोर इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के आउटपुट में सुधार आ रहा है. अप्रैल में इसमें 38 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी जो मई में घटकर 22 फीसदी , जून में 13 फीसदी और जुलाई में 9.6 फीसदी पर आ गई है. इससे साफ पता चलता है कि इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर तेजी से सुधर रहा है.
उन्होने कहा, 'यह (कोरोना) एक-डेढ़ शताब्दी में होने वाली घटना है, जिसका सामना हम कर रहे हैं. अप्रैल से जून में भारत में लॉकडान की वजह से ज्यादातर आर्थिक गतिविधियों पर रोक थी. ये आंकड़े अनुमान के मुताबिक ही हैं.' उन्होंने कहा कि इस दौरान ब्रिटेन की जीडीपी में भी 22 फीसदी की गिरावट आई है.
सुब्रमण्यम ने कहा कि मालगाड़ी ट्रैफिक जुलाई 2019 के 95 फीसदी स्तर तक पहुंच चुका है. अगस्त के शुरुआती 26 दिनों में यह पिछले साल के मुकाबले 6 फीसदी ज्यादा है. पावर कंजप्शन भी 2019 की इस अवधि के मुकाबले केवल 1.9 फीसदी कम है.
40 साल में पहली बार निगेटिव में गई भारत की GDP, जानिए इससे आप पर होगा क्या असर? आपको बता दें कि 31 अगस्त को जारी आंकड़ों के मुताबिक, अलावा आठ कोर इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के आउटपुट में सुधार आ रहा है. अप्रैल में इसमें 38 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी जो मई में घटकर 22 फीसदी , जून में 13 फीसदी और जुलाई में 9.6 फीसदी पर आ गई है. इससे साफ पता चलता है कि इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर तेजी से सुधर रहा है.
उन्होने कहा, 'यह (कोरोना) एक-डेढ़ शताब्दी में होने वाली घटना है, जिसका सामना हम कर रहे हैं. अप्रैल से जून में भारत में लॉकडान की वजह से ज्यादातर आर्थिक गतिविधियों पर रोक थी. ये आंकड़े अनुमान के मुताबिक ही हैं.' उन्होंने कहा कि इस दौरान ब्रिटेन की जीडीपी में भी 22 फीसदी की गिरावट आई है.
सुब्रमण्यम ने कहा कि मालगाड़ी ट्रैफिक जुलाई 2019 के 95 फीसदी स्तर तक पहुंच चुका है. अगस्त के शुरुआती 26 दिनों में यह पिछले साल के मुकाबले 6 फीसदी ज्यादा है. पावर कंजप्शन भी 2019 की इस अवधि के मुकाबले केवल 1.9 फीसदी कम है.
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